मानूसन सीज़न बागवानी के लिए सबसे बेस्ट होता है। इस मौसम में वातावरण में नमी होने की वजह से पौधों की ग्रोथ तेजी से होती है

लेकिन साथ ही साथ ओवर वॉटरिंग की वजह से पौधों की जड़े गलकर खराब भी हो सकती हैं

इनडोर हो या आउटडोर इस मौसम में पौधों को भी एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। आइए जानते हैं

बारिश के मौसम में बागवानी के दौरान किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी।

1. गमले का ड्रेनेज सिस्टम चेक करें। गमले में अगर पानी सही से नहीं निकला तो पौधे की जड़े गलने लगती हैं।

अगर गमले में छेद नहीं है, तो पौधे को निकालकर उसमें छोटे-छोटे एक या दो छेद कर दें।

2. पौधा ज्यादा पुराना हो गया है, तो उसकी मिट्टी का ये एकदम सही समय होता है।

3. मानसून पौधों की प्रूनिंग यानी ऊपर से हल्की कंटाई-छंटाई के लिए बेस्ट होता है। प्रूनिंग से पौधे में नई-नई शाखाएं निकलती हें

4. गमले की मिट्टी में वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद मिलाने से पौधे हरे-भरे रहते हैं। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है

और पौधों की ग्रोथ तेजी से होती है। लेकिन हां, खाद तभी डालें जब मिट्टी सूखी हो।