शादी को धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है
वहीं शादी की पहली रात को और भी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस रात की खास रूप से तैयारी की जाती है
इसे रस्मों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है. आखिर क्या कारण हैं कि
भारत में इसे सुहागरात का नाम दिया गया है, आइए इस बारे में जानते हैं
असल में यह रात एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का प्रतीक होती है जब दोनों पति और पत्नी आपसी संबंधों को मजबूती प्रदान करते हैं
असल में यह रात दो साथियों के बीच समझौता, प्रेम और विश्वास की शुरुआत का प्रतीक है
यह रात दोनों के बीच आपसी समझ और एक-दूसरे के साथ सहयोग करके नए पारिवारिक जीवन की शुरुआत करने का अवसर होता है
यह रात भविष्य के आपसी सम्बन्धों के निर्वहन की शुरुआत है. यह रात भविष्य के आपसी सम्बन्धों के निर्माण में मददगार साबित होती है
दोनों के बीच विश्वास, सम्मान, प्रेम और सहयोग की नींव रखती है.
इसे सुहागरात कहा जाता है क्योंकि इस समय नवविवाहित पति-पत्नी द्वारा भोजन, मनोरंजन, और विश्राम के अवसर पर उनके सुहाग का प्रतीक होता है
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