भारतीय संस्कृति में बड़े-बुजुर्गों के पैर छूने की महान परंपरा है

ऐसा करना शिष्टाचार और दूसरों का सम्मान करने का प्रतीक होता है

लेकिन क्या आप जानते हैं कि वैदिक शास्त्र में कुछ लोगों के पैर छूना वर्जित किया गया है

अगर आप मंदिर में पूजा करने गए हुए हों और वहां पर आपको कोई सम्मानित व्यक्ति या बड़ा-बुजुर्ग मिल जाता है

तो आप उनके पैर हर्गिज न छुएं. इसकी  वजह ये है कि मंदिर में भगवान से बड़ा कोई व्यक्ति नहीं होता

अगर कोई व्यक्ति सो रहा हो या लेटा हो तो उसके बिल्कुल भी पैर नहीं छूने चाहिए

किसी के अंतिम संस्कार में शामिल होकर लौटे किसी बड़े-बुजुर्ग के पैर नहीं छूने चाहिए

असल में क्रियाक्रम में शामिल होकर लौटने की वजह से वह व्यक्ति अशुद्ध होता है. लिहाजा उसके चरण स्पर्श करने से बचना चाहिए

शास्त्रों में कहा गया है कि पत्नी को अपने पति के चरण स्पर्श  करने चाहिए

धार्मिक विद्वानों के मुताबिक किसी भी पिता को अपनी बेटी, भतीजी, नातिन या पोती से पैर  नहीं छुआने चाहिएं