सनातन पंचांग के अनुसार, हर वर्ष अश्विन महीने की प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक पितृ पक्ष मनाया जाता है
इस दौरान पितरों का तर्पण किया जाता है। साथ ही श्राद्ध कर्म भी किया जाता है
इसके अलावा, पूर्णिमा और अमावस्या तिथि पर भी पितरों की पूजा जाती है। धार्मिक मान्यता है
कि विशेष तिथि पर पूर्वजों की पूजा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं।
अगर आपकी आमदनी में अचानक से बढ़ोत्तरी होने लगे, तो ये संकेत है कि आपके पितृ आपसे प्रसन्न हैं
अगर घर में लगे पौधे अचानक से बढ़ने लगे, तो ये संकेत है कि आपके पितृ आपसे प्रसन्न हैं
अगर कौवा छत पर आकर बैठे और आपके द्वारा दी गई रोटी खाए, तो ये शुभ संकेत है
स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में पितरों को हंसते हुए देखना बेहद शुभ माना जाता है
रोजाना सुबह में गाय को देखना और गाय के रंभाने की आवाज सुनाई देना भी शुभ माना जाता है।
ये पितरों के प्रसन्न होने के संकेत हैं।
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