शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने शुक्रवार को 2,000 रुपये का नोट चलन से वापस लेने की घोषणा की

जिसके बाद सवाल खड़ा हुआ कि क्या मोदी सरकार ने फिर से नोटबंदी कर दी?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया समय-समय पर ये फैसला लेती है। ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ इस बार भी फैसला हुआ है

अरबीआई का मानना है कि 2000 रुपये के ज्यादातर नोट इस्तेमाल  के लायक नहीं रह गए हैं

इसलिए इन्हे चलन से बाहर किया जा रहा है। लेकिन सामान्य लेन-देन अभी किया जा सकता है

1- दो हजार रुपये का नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बना रहेगा।

2- लोग दो हजार रुपये के नोट को बैंक खातों में जमा कर सकते हैं

3- दो हजार का नोट बैंक खातों में बिना किसी बाधा के जमा किये जा सकते हैं।

4- लोग 23 मई से एक दिन में अधिकतम 20,000 रुपये मूल्य तक के दो हजार रुपये के नोट बदल सकते हैं

5- बैंक प्रतिनिधियों के जरिये बैंक खाताधारक 4,000 रुपये मूल्य तक के दो हजार रुपये के नोट बदल सकते हैं

6- नवंबर 2016 में पुराने 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से हटाने के बाद दो हजार रुपये का नोट जारी किया गया था

7- नवंबर 2016 में नोटबंदी के उलट 2,000 रुपये का नोट 30 सितंबर वैध मुद्रा बना रहेगा

8- यह कहा जा रहा था कि दो हजार रुपये के नोट का उपयोग कथित रूप से काला धन जमा करने और काले धन को सफेद बनाने में किया जा रहा था

9- आरबीआई ने वित्त वर्ष 2018-19 से 2,000 रुपये के नोट की छपाई बंद कर दी थी

10- दो हजार रुपये के करीब 89 प्रतिशत नोट मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे