नये युग का नया खान पान Ready To Eat Food ने मानो बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक के दिल मे अपनी जगह बना ली है

बाजार मे मिलने वाले Burger, Macroni, Pasta आदि जैसी चीज़ो पर बनने की तिथि और खराब होने की तय तिथि नहीं लिखी होती

Food Safety and Standards Authority of India गाइडलाइन लाने वाली है

जिससे बाजार मे मिलने वाले Ready To Eat Food जैसे बर्गर, पेटीज, पास्ता, जिसे सिर्फ प्लास्टिक से कवर करके बेचते है

नये नियम के बाद उस पर लिखना अनिवार्य हो जायेगा फूड बनने की तिथि से लेकर खराब होने की तिथि तक लिखना होगा.

दुकानदारों द्वारा ग्राहकों को खराब समान बेचने की लगातार शिकायत FSSAI को मिल रही थी

जिसके बाद FSSAI की टीम द्वारा Ready To Eat फूड बेचने वाली दुकानों पर लगातार छापेमारी की गई

जिसमें यह पाया गया कि Ready To Eat Junk Food पुराना और बासी था. इसलिए FSSAI सख्त कायदे बनाने पर काम कर रही है

जर्नल ऑफ मेडिकल साइंस की माने तो भारत में हर वर्ष 20 लाख से ज्यादा लोग खराब खानपान की वजह से अपनी जान गवा बैठते हैं

खराब खानपान की वजह से मौत के इतने आंकड़े बढ़ चुके हैं कि आज भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है