मंदिर हो या पूजा घर एक चीज दोनों जगह जरूर होती है, वह है घंटी या घंटा

बिना घंटा या घंटी बजाए पूजा-पाठ पूरी नहीं मानी जाती है

इसलिए मंदिर के द्वार पर ही घंटा लगा रहता है और लोग प्रवेश करते समय घंटा जरूर बजाते हैं

घंटी बजाने का धार्मिक महत्‍व है, इसके अलावा वैज्ञानिक तौर पर भी यह बात प्रमाणित हो चुकी है

कि घंटे की आवाज माहौल में सकारात्‍मकता लाती है

पूजा-पाठ में बजाई जाने वाली घंटी को गरुड़ घंटी कहा जाता है

घंटी पर गरुड़ देवता का ही चित्र अंकित होता है

पूजा के दौरान गरुड़ घंटी बजाना बेहद शुभ माना जाता है

घंटी की आवाज से आसपास की नकारात्‍मक ऊर्जा खत्‍म होती है

गरुड़ घंटी बजाने से भक्‍त की मनोकामना पूरी होती है