व्रत की पवित्रता को बनाए रखने के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है

व्रत के दौरान सात्विक भोजन ही ग्रहण किया जाता है। व्रत में लहसुन-प्याज खाने की भी मनाही है

ये है पौराणिक कथा

जब देवताओं और असुरों के बीच मंथन हुआ था तो उस मंथन में सबसे आखिर में अमृत निकला था

इसके बाद देवताओं को अमृत पान कराने के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया

लेकिन तभी दो असुर राहु और केतु ने देवताओं का रूप धारण कर अमृत पान कर लिया

जिसके कारण भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उनका सिर, धड़ से अलग कर दिया।

जहां-जहां उनका रक्त गिरा, वहां-वहां लहसुन और प्याज की उत्पत्ति हो गई

ऐसा माना जाता है कि तभी लहसुन-प्याज में से इतनी गंध आती है

इनके सेवन से मन भटक सकता है वहीं व्रत के एकाग्र मन की आवश्यकता होती है। इसलिए व्रत के दौरान इनके सेवन की मनाही है