भारत में अक्सर मुगलों को वामपंथियों द्वारा हमेशा से बढ़ावा दिया गया है

बिरयानी और मुरब्बा से लेकर हर चीज के लिए उन्हें श्रेय दिया गया है

वामपंथी गिरोह की नजर में अकबर उनका राष्ट्रपिता के बराबर माना गया है

आज हिजाब को लेकर भारत में कट्टर इस्लामी गिरोह सुप्रीम कोर्ट से लेकर सड़कों तक हर जगह दंगा फसाद कर रहा है

इन सब को देख कर उस समय को याद कीजिए जब अकबर द्वारा हिजाब को लेकर बड़े सख्त कानून बनाए गए थे

उनके द्वारा बनाए गए कानून के मुताबिक उस समय अगर कोई महिला बाजार में या कहीं सड़क पर बिना हिजाब के पाई जाती थी

तो उसे वैश्या करार दे दिया जाता था. इसके अलावा अगर किसी सार्वजनिक स्थान पर किसी महिला का बुर्का हटा हुआ मिलता था

तो उसके लिए भी यही सजा तय की थी

अगर किसी महिला का उसके शौहर के साथ झगड़ा होता तो उसे भी यही सजा दी जाती थी

इन कट्टर और क्रूर कानूनों का जिक्र “मुंतखाब-उत्-तवारीख” नाम की पुस्तक में किया गया है