मौजूदा दौर में पैरेंट्स अपने बच्चों के साथ पहले की तुलना में कहीं ज्यादा वक्त गुजारते हैं

इसके बावजूद वो पिछले जेनेरेशन के मुकाबले अधिक ध्यान देने के बाद भी ज्यादा फिक्रमंद रहते हैं

अब एक बड़ा सवाल उठता है कि आखिर बच्चों पर कितना ध्यान दिया जाए?

अगर बच्चों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाए जो क्या भविष्य में इसके नुकसान देखने को मिलेंगे?

क्या आप अपने बच्चे को इग्नोर कर सकते हैं?

या फिर इसके उलट क्या बच्चे से ज्यादा घुल-मिल सकते हैं?

इस बात में कोई शक नहीं चाइल्ड डेवलप्मेंट के लिए परवरिश का सही नजरिया होना जरूरी है

जब बच्चे की जरूरत को पैरेंट अच्छे और बेहतर सरीके से पूरी करते हैं इन दूसरे के बीच लगाव बढ़ जाता है

इससे उनका कॉन्फिडेंस बढ़ता है और फिर पोजिटिव, सोशल और इमोशनल डेवलप्मेंट होता है

बच्चों पर एक स्टडी की गई, इन बच्चों को प्यार और देखभाल नॉर्मल बच्चों की तरह नहीं मिला था