एंड्रॉइड स्मार्टफोन जब नया होता है इसकी स्पीड को लेकर कोई परेशानी नहीं आती है

वहीं समय के साथ जैसे-जैसे डिवाइस पुराना होने लगता है यह स्लो होने लगता है।

कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो स्मार्टफोन की स्पीड को लेकर परेशान नहीं होंगे-

एंड्रॉइड फोन में हर दूसरे यूजर को ऐप्स की जरूरत होती ही है। ऐसे में ढेरों ऐप्स का होना स्मार्टफोन की स्टोरेज को फुल कर देता है।

इसका सीधा असर डिवाइस की स्लो स्पीड के रूप में देखने को मिलता है

अगर आप फोन में किसी भी ऐप के लाइट वर्जन का इस्तेमाल करें तो डिवाइस में स्पेस बचाई जा सकती है

एंड्रॉइड फोन को लेकर बहुत से यूजर्स सॉफ्टवेयर अपडेट को नजरअंदाज करते हैं

फोन सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद एक अच्छी परफॉर्मेंस के साथ काम करता है

डिवाइस को रिसेट करना भी फोन की स्लो स्पीड की परेशानी को दूर कर सकता है

हार्ड रिसेट की डिवाइस की डीप क्लीनिंग होती है। कई बार ऐप्स क्रैश होने का इशू भी डिवाइस रिसेट करने के साथ रिसॉल्व हो जाता है