टीवी पर्दे पर कई ऐसे कलाकार आए हैं जिन्होंने अपने अदाओं और चुटकुलों से लोगों का लंबे समय तक मनोरंजन किया है और उन्हीं कलाकारों में से एक थे राजू श्रीवास्तव। राजू श्रीवास्तव के बारे में आपको बता दें कि बुधवार की सुबह उन्होंने दिल्ली के अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली और जैसे ही उनके चाहने वालों को यह बात पता चली कि राजू श्रीवास्तव अब इस दुनिया में नहीं है तब लोगों को इस बात का यकीन नहीं हुआ कि इतना बेहतरीन व्यक्ति इतनी जल्दी कैसे इस दुनिया को छोड़ कर जा सकता है। आइए आपको बताते हैं आखिर किस वजह से महज 58 वर्ष की उम्र में ही सबको हंसाने वाले राजू श्रीवास्तव सब को रुलाते हुए छोड़ कर जा चुके हैं।
राजू श्रीवास्तव के परिवार का रो-रोकर हाल हुआ बेहाल, महज 58 साल की उम्र में कह दिया दुनिया को अलविदा

राजू श्रीवास्तव जो छोटे पर्दे के अलावा बॉलीवुड की कई फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखा चुके थे हाल ही में उनके बारे में यह खबर सामने आई कि बुधवार की सुबह उनका निधन हो गया है। पिछले डेढ़ महीनों से राजू श्रीवास्तव लगातार दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग से जूझ रहे थे और जैसे ही लोगों को इस बात का पता चला था कि राजू श्रीवास्तव अस्पताल में भर्ती है तब लोगों ने उनके लिए प्रार्थनाएं शुरू कर दी थी लेकिन लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार राजू श्रीवास्तव की हिम्मत ने जवाब दे दिया और 58 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने इस संघर्षमयी जीवन को समाप्त कर लिया। आइए आपको बताते हैं राजू श्रीवास्तव के निधन के बाद किन्हें वह अपने पीछे जिन्हें छोड़ गए हैं जिनका रो-रोकर हाल बेहाल हो चुका है।
राजू श्रीवास्तव अपनी पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं अकेला, परिवार पर टूट पड़ा है दुखों का पहाड़

राजू श्रीवास्तव ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में 58 वर्ष की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली है और अपने पीछे वह अपनी पत्नी शिखा श्रीवास्तव और अपने दो बच्चों को अकेला छोड़ गए हैं। जब से राजू श्रीवास्तव अस्पताल में भर्ती हुए थे तब से उनकी पत्नी शिखा उनके साथ अस्पताल में ही मौजूद रहती थी और जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला कि वह अब इस दुनिया में नहीं है तो वह अपने होश गवा बैठी हैं। वही दोनों ही बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है कि कैसे इतनी कम उम्र में ही उनके पिता का साया उनके सिर के ऊपर से उठ चुका है। सोशल मीडिया पर सभी लोग राजू श्रीवास्तव के आत्मा की शांति के लिए नमन कर रहे हैं और लोग कह रहे हैं कि राजू श्रीवास्तव को इतनी जल्दी हार नहीं माननी चाहिए थी।