भारत और वेस्टइंडीज के बीच t20 की श्रृंखला 8 अगस्त को समाप्त हो गई। पांचवे और आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए वेस्टइंडीज को एकतरफा मुकाबले में 88 रनों से हरा दिया और श्रृंखला को 4-1 से अपने नाम कर लिया। इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच अक्षर पटेल को चुना गया वहीं मैन ऑफ द सीरीज बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को बनाया गया। पांचवें मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम अपना सम्मान बचाने के लिए उतरी थी और इसी वजह से वेस्टइंडीज ने भारतीय टीम की नकल करते हुए सलामी बल्लेबाज के रूप में एक बदलाव किया था लेकिन आइए आपको बताते हैं कैसे वेस्टइंडीज के इस खिलाड़ी का दांव उसके ऊपर ही उल्टा पड़ गया और बिना खाता खोले ही उसे पवेलियन लौटना पड़ा।
बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गया यह खिलाड़ी

जिस तरह से भारतीय टीम ने टी-20 श्रृंखला में मध्यक्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को सलामी बल्लेबाज के रूप में भेजा और सूर्यकुमार यादव ने ताबड़तोड़ प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी कुछ ऐसा ही सोच कर वेस्टइंडीज ने भी पांचवें और आखिरी मुकाबले में सलामी बल्लेबाज के रूप में वेस्टइंडीज के मध्यक्रम के बल्लेबाज जेसन होल्डर को उतारा। जेसन होल्डर वेस्टइंडीज की टीम में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं लेकिन सूर्यकुमार यादव की देखा देखी वेस्टइंडीज ने उन्हें सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारा लेकिन वेस्टइंडीज का यह दांव पहले ही ओवर में गलत साबित हो गया जब भारतीय टीम के फिरकी गेंदबाज अक्षर पटेल ने उन्हें बिना खाता खोले पवेलियन में बिठा दिया। अक्षर पटेल ने इस मुकाबले में कुल 3 बड़े विकेट लिए और इसी वजह से उन्हें मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।
यह खिलाड़ी रहे मुकाबले में जीत के हीरो

भारत और वेस्टइंडीज के बीच पांचवें टी-20 मुकाबले में ऐसी उम्मीद थी कि वेस्टइंडीज की टीम भारत को कड़ी टक्कर देगी क्योंकि t20 के प्रारूप में वेस्टइंडीज की टीम बहुत ही शानदार खेलती है लेकिन सभी मुकाबलों में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज को एकतरफा मुकाबले में हरा दिया। पांचवें मुकाबले में 189 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम का कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका और सिमरन हेटमायर ने अकेले ही अर्धशतक लगाया। वेस्टइंडीज की टीम अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सके और सिर्फ 100 रनों पर ही ढेर हो गई। इसी मुकाबले में भारतीय टीम ने रोहित शर्मा को आराम देकर हार्दिक पांड्या को कप्तानी सौंपी थी और हार्दिक पांड्या ने अपनी शानदार कप्तानी से भारतीय टीम को एकतरफा मुकाबले में जीत दिला दी।