भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐसे होनहार खिलाड़ी आए हैं जिन्होंने पिछले कुछ समय में अपने शानदार प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया है। भारतीय क्रिकेट टीम में कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों में नाम शामिल होता है हार्दिक पांड्या का जिन्होंने हाल ही में सीमित ओवरों में भारतीय टीम की कप्तानी संभालनी शुरू कर दी है और हर किसी का मानना है कि हार्दिक पांड्या के अंदर क्षमता है कि वह भारत को लगातार नई ऊंचाइयों पर लेकर जा सकते हैं। आपको बता दें कि भारत की कप्तानी संभालने के पहले हाल ही में समाप्त हुई आईपीएल में हार्दिक पांड्या ने अपनी टीम को जीत दिलाई थी और आइए आपको बताते हैं कि कैसे एक समय में हार्दिक पांड्या इतना संघर्ष करते थे कि वह रात को गुरुद्वारे का खाना खा कर सो जाते थे।
हार्दिक पांड्या ने किया है लंबा संघर्ष

भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक हार्दिक पांड्या ने अपने जीवन में खूब संघर्ष किए हैं। हाल फिलहाल में यह खिलाड़ी सीमित ओवरों में भारत के लिए कप्तानी कर रहा है लेकिन एक समय में हार्दिक पांड्या की हालत ऐसी थी कि उनके पास खाना खाने को पैसे नहीं होते थे और यह खिलाड़ी अपने घर के पास में गुरुद्वारे में लंगर खाकर रात गुजार लेता था और हार्दिक पांड्या का मानना है कि वह ₹200 के लिए कही भी क्रिकेट खेलने चले जाते थे। यही नहीं इस खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट टीम में आने के लिए भी लंबा परिश्रम किया है और हाल फिलहाल में लेकिन वह भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बन चुके हैं। आइए आपको बताते हैं हार्दिक पांड्या ने अपनी इस सफलता का श्रेय किसको दिया है जिसको सुनने के बाद सभी लोग उनकी तारीफ करने लगे हैं।
हार्दिक पांड्या के साथ उनके भाई भी खेलते हैं क्रिकेट

भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक पांड्या के संघर्षों के बारे में जिसने भी सुना है कि यह खिलाड़ी गुरुद्वारे में खाना खाकर क्रिकेट खेलने जाता था तब सभी लोग यह कह रहे हैं कि यह खिलाड़ी उन लोगों के लिए मिसाल है जो थोड़ी सी परिस्थितियां खराब होते ही टूट कर बिखर जाते हैं। हार्दिक ने बताया कि उनके हर कदम पर उनके माता-पिता और उनके बड़े भाई कुणाल पांड्या ने भरपूर साथ दिया आपको बता दें कि हार्दिक की तरह ही उनके भाई कुणाल पांड्या भी एक शानदार खिलाड़ी है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए खेलते नजर आ चुके हैं। जिस किसी ने भी भारतीय टीम के नए कप्तान पांड्या की संघर्ष की दास्तान को सुना है तब सब का यही कहना है कि इस खिलाड़ी ने अपनी मेहनत के दम पर अपना सपना साकार कर लिया।