बॉलीवुड की फिल्म इंडस्ट्री में पिछले कुछ समय में नेपोटिज्म का बोलबाला एक बार फिर से बहुत ज्यादा बढ़ गया है। पिछले कुछ सालों में कई ऐसी अभिनेत्रियों ने अपनी खूबसूरती दिखाई है जो नेपोटिज्म के प्रोडक्ट होने के बाद भी बेहद खूबसूरत और प्रतिभाशाली नजर आते हैं लेकिन हाल फिलहाल में जिस नेपोटिज्म प्रोडक्ट की सबसे ज्यादा आलोचना हो रही है वह है अनन्या पांडे। खूबसूरती में तो अनन्या पांडे बाकी अभिनेत्रियों से काफी आगे नजर आती है लेकिन बात जब अदाकारी की आती है उसमें अनन्या पांडे काफी पीछे रह जाती है क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री में आए हुए 3 साल हुए हैं लेकिन उसके बाद भी लोग आइए आपको बताते हैं क्यों उन्हें यह कहते नजर आते हैं कि अनन्या को एक्टिंग नहीं आती।
अनन्या पांडे की एक्टिंग पर उठाते हैं लोग सवाल, इस वजह से मिलता है फिल्मों में काम

बॉलीवुड के वेटरन एक्टर चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे ने करण जौहर की फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी और अनन्या पांडे की बात जब भी सोशल मीडिया पर आती है तब सभी लोग इनकी सिर्फ खूबसूरती की तारीफ करते नजर आते हैं ना कि उनकी अदाकारी की। कई लोगों को इस बात की हैरानी होती है कि अनन्या पांडे इतनी खराब अदाकारी के बावजूद भी कैसे फिल्म इंडस्ट्री में इतने सालों तक सक्रिय रह गई है क्योंकि अनन्य पांडे जब भी फिल्मी पर्दे पर नजर आए हैं तब उनकी फिल्में बढ़िया प्रदर्शन नहीं कर सकी है लेकिन आइए आपको बताते हैं आखिर कैसे इतनी खराब एक्टिंग करने के बाद भी अनन्या पांडे को लगातार फिल्मों में काम मिल जाता है।
अनन्या पांडे को इस वजह से मिल जाता है फिल्मों में काम

बॉलीवुड की फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म का प्रोडक्ट मानी जाने वाली अनन्या पांडे के बारे में हाल ही में कई लोग यह सवालिया निशान उठाने लगे हैं कि इतनी खराब अदाकारी करने के बावजूद इस अभिनेत्री को फिल्मों में लगातार काम कैसे मिल जाता है। दरअसल अनन्या पांडे एक स्टार किड है और इसी वजह से उन्हें कोई न कोई फिल्म निर्देशक अपनी फिल्मों में जगह दे देता है यही नहीं यह ध्यान देने योग्य बातें हैं कि अनन्या पांडे जिस फिल्म में भी नजर आती है वहां पर पहले से ही कई बढ़िया सितारे मौजूद होते हैं जिसकी वजह से अनन्या पांडे की खराब एक्टिंग छिप जाती है और इसी वजह से अनन्या पांडे धीरे-धीरे लगातार बॉलीवुड में आगे बढ़ रही है। अब देखना यह है कि अनन्या पांडे आगे आने वाले समय में अपनी अदाकारी में कितना सुधार कर पाती है।